RAAH⏲️
समुन्दर का किनारा सूम सा लगा...
लहरें भी कुछ शान्त सी लगी...
बोहोत धीमी सी हल-चल पानी की भी लगी...
कुछ तूफान के आने का संदेश सा लगा...
सोच में खोयी हुई थी में इन सब के बीच...
और अचानक ना जाने कहाँ से कुछ आहट सी आने लगी...
आँखें ढूंढ सी रही थी मेरी...
दिल चिल्ला सा रहा था...
और
जान भी कुछ घबरायी हुई सई लग रही थी...
एक अहसास सा जैसे दिल को हुआ था...
वो जैसे छु के निकला था...
पर...
नही आया वो वापस लोट के जो लौट आने का वादा करके गया था...
नही आया वो वापिस हँसाने जो खुशियां देने का वादा करके गया था...
आसूं भी अब यूँही बहते रहते है उसकी राह में...
क्योंकि वो नही आया आसूं पोछने जो हर राह में साथ देने का वादा करके गया था...
Heart touching.. emotional one..chitra loved ur blogs..keep it up..😍✌❤❤👍👍👌
ReplyDeleteThank you soo much Raj...❤️
DeleteKeep showering your love for my blogs❤️
Ha mojj ha.....😂😂 Btw great, emotional poetry😍😍😍😍😍😍😍
ReplyDeleteThank you soo much #bhailu...❤️❤️
DeleteGood try, practice for more appreciation of mine.....
ReplyDeleteThank you...
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